युवराज सिंह भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी रह चुके है , उनकी बल्लेबाज़ी ही नहीं बल्कि बोलिंग के भी सभी फैन है , उनकी कुछ शानदार पारी तो ऐसी है जिसे सदियों तक याद रखा जायेगा , इंग्लैंड के खिलाफ उनके द्वारा एक ही ओवर में लगाए गए 6 छक्के अभी भी लोगों द्वारा सबसे ज़्यादा याद किया जाता है , युवराज सिंह टीम इंडिया के सुनहरे दौर का हिस्सा रहे है |
युवी ने किया खुलासा
युवराज सिंह ने कई बेहतरीन पारिया खेली पर फिर भी वो कभी टीम के कप्तान नहीं बन पाए , अब हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान युवराज सिंह ने इस बात पर भी खुलासा किया है की उन्हें क्यों कभी टीम की कप्तानी नहीं सौंपी गई | युवराज कभी भी vice captain से captain नहीं बन पाए इसको लेकर युवाज ने कहा की जब ग्रेग चेपल टीम इंडिया की कोचिंग कर रहे थे उस समय भारतीय क्रिकेट एक उथल-पुथल दौर से गुज़र रहा था उस समय युवराज ने सचिन तेंदुलकर का पक्ष लिया था इसी वजह से बीसीसीआई के अधिकारी नहीं चाहते थे की वो कप्तान बने |
भारतीय क्रिकेट का बुरा दौर
साल 2005 से 2007 तक भारत की टीम के कोच पूर्व ऑस्ट्रेलिया क्रिकेटर ग्रेग चैपल थे , उस दौरान उनका सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली के साथ विवाद रहा था , सचिन ने अपनी बायोपिक ‘सचिन: ए बिलियन ड्रीम्स’ में भी इस बात का ज़िक्र किया है की “चैपल जिस तरह से हमारी टीम को संभाल रहे थे, उससे कई सीनियर खिलाड़ी असहमत थे। विश्व कप से ठीक एक महीने पहले उन्होंने बल्लेबाजी क्रम में भारी बदलाव किए, जिससे टीम में सभी प्रभावित हुए।”
वर्ल्ड कप में रहा है युवी का शानदार प्रदर्शन
अगर हम बात करे युवराज सिंह की उन्होंने भारतीय क्रिकेट में महत्वपूर्ण योगदान दिया है , 2007 में टी20 वर्ल्ड कप में भारत की जीत में युवी ने अहम योगदान दिया था और तो और 2011 के वर्ल्ड कप में वो मैन ऑफ द टूर्नामेंट रहे थे | अपने बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद वो कभी भारतीय टीम के कप्तान नहीं बन पाए |