दिल्ली-आगरा एक्सप्रेसवे और दिल्ली-जयपुर हाईवे पर जल्द ही इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन तैयार हो जाएंगे यानी जब आप भविष्य में इन दोनों हाईवे से सफर करेंगे और आपके पास इलेक्ट्रिक वाहन होगा तो आपको किसी तरह की चार्जिंग संबंधित समस्या नहीं होगी। इन दोनों हाईवे पर इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन बनाने की डेडलाइन तय कर दी गई। दिसंबर 2022 तक दोनों हाईवे पर इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन तैयार हो जाएंगे।
E-वाहनों की चार्जिंग से लेकर मिलेगी हर सुविधा
गुड़गांव से जयपुर तक हाइवे पर 36 चार्जिंग प्वाइंट बनाए जाने हैं। इनमें से 19 जगहों पर काम शुरू किया जा चुका है जहां E वाहनों के लिए चार्जिंग से लेकर अन्य तमाम तरह की सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। इसके अलावा बीच रास्ते में कहीं कोई समस्या होने पर उसे महज 30 मिनट में तकनीकी सहायता भी उपलब्ध हो सकेगी। पिछले साल केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने देश के पहले इलेक्ट्रिक हाइवे की घोषणा की थी। इसके लिए फिलहाल NH48 पर फरवरी से ट्रायल रन शुरू किए जाने की उम्मीद है।
दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे बनने से फायदा
इस योजना को साकार करने के लिए केंद्रीय परिवहन मंत्रालय जल्द ही अपनी मोहर लगाएगी। इस योजना के साकार होने से देश में कई इलेक्ट्रिक राज्यमार्ग तैयार करने का रास्ता खुल जाएगा। जहां मामूली से खर्च पर लंबा सफर किया जा सकेगा। दिल्ली से शुरू होकर मुंबई तक का सफर आसान हो इसलिए केंद्र सरकार दिल्ली से मुंबई के बीच एक्सप्रेस वे बनाने में जुटी है। यह दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे बनने से यात्रा 24 की बजाए 12 घंटे में तय किया जा सकेगा।
भारत देखने विदेश से भी लोग आएंगे
लोग भारत को छोड़ विदेशों की सज सजा देखने के लिए जाते है। क्योंकि जो उन्हें विदेशों में देखने को मिलता है, वो भारत मे नही लेकिन अब वो दिन दूर नही है, जब भारत की सज सज्जा को देखने देश ही नही विदेश से भी लोग आएंगे।नितिन गडकरी जी ने बताया दिल्ली से जयपुर तक इलेक्ट्रिक हाईवे बनाना मेरा सपना है। यह अभी भी एक प्रस्तावित परियोजना के समान है। गडकरी ने गुरुवार को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की प्रगति की समीक्षा की, जिसके चालू होने पर सड़क मार्ग से राष्ट्रीय राजधानी और वित्तीय केंद्र के बीच का रास्ता 24 घंटे की जगह 12 घंटे में पूरा होने की आशा जताई जा रही है। आठ लेन का यह एक्सप्रेसवे दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात से होकर गुजरने वाला है।
प्रदूषण से राहत और विकास को नई रफ्तार
28 जनवरी को सेक्टर 52 में बना 100 वाहनों की क्षमता का चार्जिंग पॉइंट इसी प्रॉजेक्ट का हिस्सा है। जयपुर के प्रवेश और निकास पर भी इतनी क्षमता के ही चार्जिंग स्टेशन बनाएं जाएंगे। आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली, गुड़गांव में राजस्थान में अभी 50 हजार से ज्यादा ई वीकल का रजिस्ट्रेशन हो चुका है। सरकार का टार्गेट है कि साल 2024 तक इस हाइवे पर दौड़ने वाले कुल वाहनों में से 25 फीसदी ई वीकल हों। इस प्रॉजेक्ट के दिल्ली, गुड़गांव में जयपुर में यात्रियों के लिए इलेक्ट्रिक बसों को खरीदने की कवायद भी शुरू हो चुकी है। इससे प्रदूषण से भी राहत मिलेगी और विकास को नई रफ्तार मिलेगी।