कोई भी चोर अपने चोरी किये हुए समान को नहीं लौटाता पर चित्रकूट से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है जहा के बालाजी मंदिर से चोरी हुई मूर्तियों को चोर खुद वापस लौटा कर गए और उसके साथ उन्होंने एक पत्र भी छोड़ा | दरहसल इस 300 साल पुराने बालाजी मंदिर में से एक हफ्ते पहले 14 कीमती मूर्तियां चोरी हुई थी जिन्हें अब चोरो ने खुद ही वापस लौटा दिया |
रात के समय चोरी हुई थी मूर्तियां
मूर्तियों की चोरी 9 मई की रात में हुई थी इस मामले को लेकर इंस्पेक्टर राजीव सिंह ने बताया की कुछ दिनों पहले ही बालाजी मंदिर के पुजारी महंत राम बालक दास ने 16 मूर्तियों के चोरी होने की रिपोर्ट लिखवाई थी जिसमें उन्होंने 5 किलो की अष्टधातु मूर्ति और 10 किलो की कॉपर की 3 मूर्तियां और 15 किलो की तांबे की 4 मुर्तिया चोरी होने की बात बताई थी |
एक हफ्ते बाद ही चोरो ने लौटाई मुर्तिया
मूर्तियों की चोरी के एक हफ्ते बाद ही एक चिठ्ठी के साथ मुर्तिया महंत राम बालक दास के घर के बाहर मिली जिसके बाद राम बालक दास जी ने फौरन इसकी जानकारी पुलिस को दी , महंत राम बालक दास ने पुलिस को बताया की वो जब सुबह गोवंशों को चारा-पानी देने निकले तब उन्हें एक चिट्ठी पड़ी मिली जिसमें मूर्तियों के बारे में जानकारी थी |
चिट्ठी में लिखी मूर्ति लौटने की वजह
चिट्ठी में लिखा हुआ था की मूर्ति चोरी करने के बाद उन्हें नींद नहीं आ रही है और डरावने सपने भी आ रहे है इसलिए वो मूर्तियों को वापस कर रहे है , मूर्तियों को उनके स्थान पर ही वापस स्थापित कर दीजिये | चिठ्ठी पढ़ने के बाद जब महंत ने मूर्तियों की खोज की तो उन्हें घर के बाहर रखी टोकरी के नीचे रखी बोरी में मुर्तिया मिली | पर उन मूर्तियों में अभी भी अष्ट धातु की दो मूर्तियां नहीं मिली जिसकी खोज पुलिस कर रही है |