मुस्लिम समाज का सबसे प्रमुख त्यौहार है बकरीद जो नजदीक ही है इसके लिए तीन दिनों तक चलने वाला कुर्बानी के बकरों का बाजार भी गुलजार है। भोपाल ऐसा शहर है जहां लोग बड़े शौक से बकरीद पर ऊंची कीमत हासिल करने के लिए बकरों को न सिर्फ पालन पोषण करते हैं बल्कि वे इन बकरों की खास डाइट भी मैंटेन करते है। काजू,बादाम, घी, मक्खन और आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां खाने से मजबूत हुई इन बकरों की कद काठी के चलते उन्हें इनकी कीमत भी लाखों में मिलती है। यही वजह है कि भोपाल के बकरा बाजार में दूसरे शहरों मुंबई, पुणे से भी खरीदार यहां पहुंचते हैं। भोपाल में लगे मेले के पहले दिन बकरीद पर कुर्बानी के लिए एक बकरा 7 लाख रुपए में बिका है।
लंबे कान, मजबूत शरीर और गजब की ऊंचाई
शहेब अली ने बताया कि 3 साल पहले वे कोटा से 15 बकरे लेकर आए थे। इनकी खुराक में चना, बाजरा के अलावा दूध, घी, मक्खन और जड़ी बूटियां शामिल की। इससे तीन बकरों टाइटन, भोपाल का गुंडा और तैमूर में इंडियन ब्रीड निखरकर आई। बड़े हुए तो मजबूत शरीर, लंबे कान, गजब की ऊंचाई और शानदार वजन निकला।
बकरे ढूंढने में हर साल खर्च करते हैं 8 से 10 लाख
पुणे निवासी माज खान ने बताया कि उनके पास खुद का गोट फार्म है। इस साल वे कश्मीर, हैदराबाद और सूरत तक हो आए, लेकिन इंडियन प्रजाति के बकरे नहीं मिले। भोपाल आए तो कोटा प्रजाति के 3 बकरे मिले। अल्लाह को सबसे बेहतरीन बकरे की कुर्बानी दी जाती है। इसकी तलाश हम पूरे साल करते हैं। इस पर 8 से 10 लाख रुपए खर्च हो जाते हैं। कोरोना के बाद बकरों की इंडियन ब्रीड किसान तैयार नहीं कर रहे, इसलिए कीमत बढ़ गई है।
डाइट में 2 लीटर दूध और 50 ग्राम शुद्ध घी
7 लाख में बिके टाइटन को पुणे के रहने वाले माजखान ने खरीदा है, वे इससे पहले भी वे भोपाल से कुर्बानी के लिए बकरे ले जाते रहे हैं। गॉट फार्म के लोगों ने बताया कि टाइटन को तैयार करने में सबसे महत्वपूर्ण थी उसकी डाइट टाइटन की डाइट में डेली दो लीटर दूध, 50 ग्राम शुद्ध घी, देसी चने, मक्का और मक्खन शामिल किया गया है। इसके अलावा टाइटन को स्वस्थ रखने के लिए जड़ी बूटियां भी खिलाई जाती हैं, जिससे कि उसका स्वास्थ्य ठीक रहे और वह सेहतमंद रहे।
जुलाई को मनाई जाएगी बकरीद, केंद्र सरकार ने जारी किए निर्देश
अगले महीने बकरीद पर देशभर के निकाय क्षेत्रों के अधिकृत बूचड़खाने के अलावा कहीं भी कुर्बानी नहीं हो सकेगी। बता दें कि इसे लेकर केंद्र सरकार ने सभी राज्यों से ये सुनिश्चित करने का निर्देश जारी किया हैं। केंद्र सरकार द्वारा सभी राज्यों को जारी किए गए निर्देश में कहा गया कि सभी राज्य सुनिश्चित करें कि बकरीद पर लोग सार्वजनिक रूप से पशु की कुर्बानी ना करें।