हमारे देश में कई ऐसे मामले सामने आते रहते है जो हैरतअंगेज होते है। जिनपर यकीन करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। यहां लखनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक बच्ची की मौत के बाद जो हालात बने वो शर्मसार करने वाले हैं. बेटी की मौत के बाद पिता ने शव वाहन की मांग की तो चिकित्सक ने साफ मना कर दिया.
जिसके बाद लाचार पिता अपने जिगर के टुकड़े की डेड बॉडी को कंधे पर लेकर निकल पड़ा इस लाचार बाप की स्तिथि देख हर कोई हैरान है। दरअसल एक रिपोर्ट के अनुसार आपको बता दे कि लखनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 7 वर्षीय बच्ची की जान चली गयी , खबर ये थी कि परिजन बच्ची को बुखार और पेट दर्द की शिकायत होने के बाद स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया था.
बच्ची के पिता का आरोप है कि वो अपनी बच्ची को भर्ती कराने के बाद चिकित्सक और नर्स से कहा था कि बुखार के कारण उसकी बेटी कुछ खाई नहीं है, जिसके बाद वहां की एक नर्स ने उसे इंजेक्शन लगाया और कुछ ही देर बाद उसकी जान चली गयी, बेटी के जाने के बाद माता-पिता बिलख उठे. उन्होंने बच्ची की बॉडी को ले जाने के लिए शव वाहन की मांग की तो चिकित्सक ने कहा कि यहां शव वाहन की व्यवस्था नहीं है.
अपनी व्यवस्था से शव ले जाओ, जिसके बाद बच्ची के माता पिता रोते-रोते अपनी बेटी के शव को कंधे पर लेकर पैदल ही चले गए. वो करीब 10 किलोमीटर पैदल शव लेकर गए थे. ये मंजर बेहद डरावना था जब एक बाप अपने ही बच्चे कि बॉडी को उठाकर चलने पर मजबूर हुआ। जानकारी के मुताबिक, अमदला निवासी ईश्वर दास ने बताया कि मेरी बेटी सुरेखा (7 वर्ष) को 2 दिनों से बुखार आ रहा था. बीती रात पेट में दर्द हो रहा था. आज सुबह 7 बजे लखनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की नर्स के द्वारा इंजेक्शन लगाया गया. कुछ देर बाद बच्ची की नाक से खून निकला और उसकी जान चली गयी।
Surguja: Chhattisgarh Health Min TS Singh Deo orders probe after video of a man carrying body of his daughter on his shoulders went viral
Concerned health official from Lakhanpur should have made the father understand to wait for hearse instead of letting him go, Deo said(25.3) pic.twitter.com/aN5li1PsCm
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) March 26, 2022
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने कहा कि मुझे जानकारी प्राप्त हुई है कि लखनपुर स्वास्थ्य केंद्र में एक बच्ची को भर्ती कराया गया था. उस बच्चे का ऑक्सीजन लेवल काफी कम था, उसे बचाने की कोशिश की गई पर वो बच नहीं पाई. शव वाहन स्वास्थ्य केंद्र में 9:00 बजे के करीब पहुंचा, लेकिन तब तक शव लेकर परिजन जा चुके थे. इसमें डॉक्टर व स्टाफ नर्स की लापरवाही है, उन्हें व्यवस्था करनी चाहिए थी.अब इसपर करवाई की जाएगी।