ज्ञानवापी मस्जिद विवाद मामले में सोमवार को तीसरे दिन भी सर्वे का काम चल रहा है. इस बीच परिसर से बाहर निकले सर्वे दल में शामिल अधिवक्ता सोहनलाल आर्य ने मीडिया को बताया कि बाबा सर्वे में मिले हैं. उन्होंने दावा किया कि गुंबद, दीवार और फर्श के सर्वे के दौरान दबे होने से कई सबूत मिले हैं. आर्य ने आगे कहा कि ज्ञानवापी परिसर के अंदर तालाब में शिवलिंग भी मिला था साथ ही उन्होंने यह खुलासा नहीं किया है कि शिवलिंग कितना बड़ा है। चौपाई के जरिए सोहन लाल ने जिन खोजा तिन पाइया…..
“बाबा मिल गए” कह कर बड़ा दावा किया
हालांकि सोहन लाल के दावों पर डीएम कौशल राज शर्मा और वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने कहा कि सर्वे का काम शांतिपूर्ण तरीके से पूरा कर लिया गया है. वादी और प्रतिवादी द्वारा जो भी दावे किए गए हैं, वे उनके निजी हैं। मामला अभी कोर्ट में है। कोर्ट कमिश्नर अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे। जो भी फैसला लेना है कोर्ट को लेना है उधर, कोर्ट कमिश्नर विशाल सिंह ने भी कहा कि सभी पक्षों के दावे उनके निजी हैं.
कमिश्नर विशाल सिंह ने दावा किया ख़ारिज
इसी बीच सूत्रों के हवाले से खबर है कि सर्वे के सदस्य वरिष्ठ पत्रकार डॉ रामप्रसाद सिंह को पुलिस ने ज्ञानवापी परिसर में जाने से रोक दिया. कुछ देर बैठने के बाद पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया। यह कार्रवाई सर्वे की जानकारी लीक करने के आरोप में की गई है। उधर, वादी की ओर से पेश अधिवक्ता विष्णु जैन अस्वस्थ होने के कारण पहले चले गए। बाकी टीम अभी सर्वे कर रही है। सूत्रों के मुताबिक आज बेसमेंट के अंदर एक हिस्से में जमा मलबा और पानी को हटाकर वीडियोग्राफी की गई। वहीं, ज्ञानवापी के गुंबद की आज फिर से वीडियोग्राफी की गई। इसके डिजाइन के हाई लेंस कैमरे से फोटोग्राफी भी की गई।
वीडियोग्राफी
आपको बता दें कि कोर्ट के आदेश के बाद शनिवार और रविवार को चार घंटे में 80 से 85 फीसदी ही सर्वे हो पाया. 17 मई को सर्वे रिपोर्ट वाराणसी के सिविल जज सीनियर डिवीजन रवि कुमार दिवाकर की अदालत में पेश की जाएगी. इस मामले में यूपी के प्रमुख सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि काशी में ज्ञानवापी मस्जिद में चल रहे सर्वे की जानकारी सीएम योगी आदित्यनाथ को दे दी गई है. प्रमुख सचिव गृह ने बताया कि आज सर्वे का काम 2 घंटे में पूरा किया जा सकता है.