बिहार का वायरल बॉय सोनू अब नए अवतार के साथ यूट्यूब पर आ गया है। वायरल बॉय ने IAS सोनू नालंदा के नाम से यूट्यूब पर चैनल बनाया है और अब तक कुल 6 वीडियो अपलोड किए हैं। सोनू का कहना है कि अब वे सोशल मीडिया के माध्यम से बच्चों से कनेक्ट होंगे और मोटिवेशनल स्पीच के साथ यूकेजी तक के बच्चों को पढ़ाएंगे।
सोनू ने बनाया व्लॉग
द बिहार वायरल बाय सोनू ने यूट्यूब चैनल बनाने के बाद सोनू ने एक वीडियो व्लॉग भी बनाया है, जिसमें वह जींस और टी शर्ट में दिख रहे हैं। उनके हाथ में एक डीएसएलआर कैमरा भी दिखाई दे रहा है, जिसके माध्यम से वह व्लॉग बना रहे हैं। व्लॉग में सोनू ने अपनी साइकिल को दिखाया, जिसके माध्यम से वह सीएम नीतीश कुमार से मिलने गए थे।
सोनू ने की लोगों से अपील
सोनू ने अपने एक व्लॉग में लोगों से अपील करते हुए उनका चैनल सब्सक्राइब करने की अपील की है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वे इसके माध्यम से बड़े लोगों को मोटिवेशन और छोटे बच्चों को पढ़ाने का कार्य करेंगे।बता दें, नालंदा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जन संवाद कार्यक्रम में आए हुए थे। इसी कार्यक्रम में सोनू ने शराबबंदी और शिक्षा व्यवस्था की पोल खोलते हुए कहा था कि “सर हमको पढ़ने के लिए हिम्मत दीजिए, हमें गार्जियन शराब पीने के चलते नहीं पढ़ाते हैं। मेरे पिता की दही की दुकान है, वहां से जो भी कमाई होती है, उसे वो शराब पीने में उड़ा देते हैं।” मीडिया से बात करते हुए सोनू ने बताया कि “मैं अपनी पढ़ाई के लिए पैसे कमाने के लिए नर्सरी से कक्षा 5 तक के बच्चों को पढ़ाता हूं। लेकिन मेरे पिता मेरा पैसा शराब पर खर्च करते हैं।
IAS बनने की चाहत
CM ने मेरे अनुरोध पर सहमति जताई है और अपने एक अधिकारी से मुझे एक अच्छे स्कूल में दाखिला दिलाने के लिए कहा है। सरकारी स्कूल अच्छी शिक्षा नहीं देते। पढ़ाई के लिए मदद की गुहार लगाने वाले सोनू कुमार इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।16 मई को बिहार के एक सरकारी स्कूल के पांचवी कक्षा में पढ़ने वाला 12 वर्षीय छात्र सोनू कुमार ने अचानक खुद को सुर्खियों में पाया। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने गृह जिले नालंदा का दौरा कर रहे थे, तो भीड़ के बीच इंतजार कर रहे सोनू ने उन्हें बुलाया। नालंदा के कल्याण बीघा गांव के रहने वाले सोनू घटना के एक वायरल वीडियो में कहते हैं, ‘सुन लिजिये, सर’। हैरान होकर नीतीश कुमार लड़के की ओर मुड़ते हैं, जिसपर वह बच्चा कहता है, ‘हमको आईएएस, आईपीएस बनना है। सरकारी स्कूल में पढ़ाई नहीं होती है।