एक तरफ महंगाई बढ़ने से लोगों के लिए जरूरी सामान खरीदना तक मुश्किल होता जा रहा है। ऐसे में बीमारी के समय अस्पताल से लेकर दवा के खर्चे की लूट से हर कोई परेशान है. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर तेज़ी से वायरल हो रही है, जो वाकई में सुकून देने वाली है। यह तस्वीर एक मेडिकल स्टोर की है।
मेडिकल मालिक ने अपने काउंटर पर एक स्टीकर लगा रखा है, जिस पर उन्होंने लिखा है, कि ‘बेची गई दवा वापस ले ली जाएगी है, हम आपको गुस्सा दिलाकर कमाना नहीं चाहते।’ मेडिकल स्टोर के मालिक के इस सच ने लोगों का दिल जीत लिया है. कई सोशल मीडिया यूजर्स से लेकर राजनेताओं तक ने उनकी तस्वीर पोस्ट की है। और उनकी इस पहल के लिए सराहना की हैं।
कोरोना महामारी में मेडिकल की डकैती
यह तस्वीर मध्य प्रदेश के देवास की है। मेडिकल स्टोर के मालिक का नाम अयूब भारती है. अयूब के इस फैसले की हर कोई सराहना कर रहा है. अयूब का कहना हैं, कि ”लॉकडाउन की दूसरी महामारी में हर तरफ मेह्गाई का हंगामा हुआ और मेडिकल स्टोर के लोगों ने खुलेआम आम नागरिकों के साथ लूटपाट की. कोरोना की जो दवाएं 5 हज़ार की थी वो मेडिकल स्टोर वालो ने बाजार में 30 हजार तक दी थीं, लेकिन मैंने उन दवाओं को पांच हजार में लोगों को उपलब्ध कराया. अयूब आगे बताते हैं, ”मेरे देवास में ज्यादातर डॉक्टरों पर एक पैम्फलेट चिपका होता है, जिस पर लिखा होता है कि ‘जितनी जरूरत हो उतनी दवा खरीदो, बेची गई दवा वापस नहीं होगी’. तब मुझे अपने आदर्श पैगम्बर मोहम्मद साहब की एक बात याद आई.
फिर आया यह नेक विचार
यदि आपने जो वस्तु बेची है, वह ग्राहक के काम नहीं आती है, तो आप उसे वापस प्राप्त करें, ठीक है, साथ ही जो पैसा आप उसे वापस कर रहे हैं वह आपका है। सदका के लिए किया गया है। बस यही सोचकर मैंने अपनी दुकान के काउंटर पर यह लिखवा लिया। बिकी हुई दवा वापिस ले ली जाती है, हम आपको नाराज़ कर रिस्क नहीं कमाना चाहते। बता दें कि अयूब मेडिकल शॉप चलाने के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। वह हेल्पिंग हैंड नामक संस्था से काफी लम्बे समय से जुड़े हैं। जो गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करता है।
सामाजिक कार्यों में आगे रहें
अयूब के अनुसार , ”हमारी संस्था गरीब लोगों की हर तरह से मदद करती है. यदि कोई गरीब व्यक्ति बीमार है तो उसके इलाज का खर्च हम वहन करते हैं। इसके अलावा कोरोना महामारी के दौरान हमारी टीम ने जरूरतमंदों को राशन देने का काम किया. हमने हजारों परिवारों को राशन किट प्रदान की थी। हमारा एकमात्र उद्देश्य समाज सेवा है। वायरल फोटो के बारे में अयूब का कहना हैं. हमें खुशी है कि हमारे इस फैसले से लोग प्रभावित हो रहे हैं। मैं आमतौर पर अपने फेसबुक पर एक पोस्ट करता था। हमें खुद नहीं पता था कि ये पोस्ट इतना वायरल हो जाएगा.