बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त किसी परिचय के मोहताज नहीं है। उनका नाम ही उनके काफी है उनकी पहचान के लिए। संजय दत्त बॉलीवुड के जाने माने अभिनेता और निर्माता है।भारत में उनकी जबरदस्त फैनफॉलोइंग है और उनके प्रशंसक उन्हें संजू बाबा कहते हैं। संजय दत्त ने अपने करियर की शुरुआत 1987 में फिल्म “रॉकी” से की ये फिल्म उनके पिता सुनील दत्त ने डायरेक्ट की थी।
करियर की शुरूआत
फिल्म के प्रीमियर से तीन दिन पहले उनकी माँ की मृत्यु हो गई थी। उसके बाद, वह 1982 में फिल्म “विधाता” में दिखाई दिए जो साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म थी। 1986 में फिल्म “नाम” में मुख्य भूमिका निभाने के बाद यह अभिनेता प्रसिद्ध हो गया।
उनका जीवन काफ़ी विवादों से भरा रहा है।
विवादो से भरा जीवन
उन्हें TADA और Arms Act के अंतर्गत 1993 में गिरफ़्तार किया गया था।संजय दत्त को अबू सलेम और रियाज़ सिद्दीक़ी से अवैध बंदूक़ लेने, रखने और नष्ट करने का दोषी माना गया था। काफ़ी ट्रायल के बाद उन्हें 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने पांच साल की सज़ा सुनाई थी। उन्होंने ये समय पुणे की यरवदा जेल में बिताया था।
सफलता की शुरुआत
उनका जीवन काफी बुरे समय से गुजरा था चार साल जेल में बिताने के बाद उन्होंने वापस आकर बॉलीवुड में फिल्मों की शुरुआत की। दत्त ने 1997 में “दाऊद” 1988 में “दुश्मन” और 1999 में “वास्तव” 2003 में “एक और एक ग्यारा” और “munna bhai mbbs” सहित कई फिल्मों में काम किया. उन्होंने 2006 में “लगे रहो मुन्ना भाई”2011 में ‘डबलधमाल’ 2012 में ‘अग्निपथ’ और 2019 में ‘पानीपत जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में भी काम किया।
बायोपिक फिल्म संजू
उनकी बायोपिक फिल्म “संजू” जिसमे रणबीर कपूर ने उनका किरदार निभाया है। उसमे दर्शाया गया है की उनकी gf रूबी जब उन्हें छोड़ देती है तब वह केसे नशे की लत के शिकार हो जाते है। वह 5 साल रिहैब सेंटर में भी रह के आए वहा से आने के बाद संजय दत्त का सफर आसमान की सैर करने लगा।