अपने काले रंग की वजह से जब सुनने पड़े थे Remo D’souza को गंदे-गंदे ताने


हमारा देश चाहे हर क्षेत्र में तरक्की कर रहा हो टेक्नोलॉजी कितनी भी अपग्रेड हो गयी हो लेकिन आज भी कुछ चीज़े पिछड़ी की पिछड़ी है जहाँ पर लोगो का नजरिया बेहद भद्दा नजर आता है। यहाँ हम रंग को लेकर भेदभाव की बात कर रहे है दरअसल हाल ही में रेमो डिसूजा ने अपने जीवन का बुरा अनुभव शेयर किया है जब लोग उनको काले रंग के कारण कालिया और कालू कहकर बुलाते थे।

इस वजह से वो काफी परेशान रहते थे और रेमो कहते हैं कि उनको इस तरह की बातों से नफरत भी है। और इतना ही नहीं उन्होंने इससे बचने के लिए एक मंत्र भी दिया है आइये देखिये। दरअसल पेशे कोरिओग्राफर रेमो ने एक वीडियो अपने इंस्टा अकाउंट पर शेयर किया है जिसमें वो अपनी पत्नी लिजेल के साथ दिख रहे हैं।

लिजेल को रेमो बहुत प्यार करते हैं। उनको पटाने के लिए भी उनकी मां के उस गाने ने बहुत मदद की। पोस्ट करके रेमो ने बताया है कि लोग उन्हें पहले कालिया और कालू कहते थे। इस कारण वो परेशान रहते थे। फिर उनकी मां ने बताया बेटा ये रंग नहीं दिल है। उनकी मां ने उनको एक गाना गाकर सुनाया था- हम काले हैं तो क्या हुआ दिलवाले हैं…।

वाकई इस गाने का प्रभाव पड़ा और रेमो की जिंदगी में बदलाव देखने को मिला। तब से रेमो के लिए ये गाना खास बन गया। रेमो यह भी बताते हैं कि अपनी पत्नी के लिए अक्सर वो इसी गाने को सुनाते हैं। जिसके बाद से उन्हें इस बात से कभी फर्क ही नहीं पड़ा की लोग उन्हें क्या बुलाते है और क्यों बुलाते है। उनके मुताबिक ऐसे लोग नीच सोच रखते है और उनसे दूर ही रहना चाहिए।