अपने देखा होगा कि मोबाइल के जो टावर होते है उनके ऊपर हमेशा एक लाइट लगी होती है जो की लाल रंग की होती हैं। क्या आपको पता है कि मोबाइल टावर के ऊपर यह लाल रंग की लाइट क्यों लगी होती है। अगर नहीं जानते है तो चलिए हम आपको बताते है कि मोबाइल के ऊपर यह लाल रंग की लाइट क्यों लगी होती है। हम जब भी मोबाइल टॉवर को देखते है तो पाते है कि इन टावरों की के उपर लाइट लगी होती है जो की हमेशा लाल रंग की होती है और ऐसे में हमारे मन में यह सवाल उठता है.
इन टावरों के ऊपर यह लाल रंग की लाइट क्यों लगी होती है किसी दूसरे रंग की क्यों नही जैसे की नीली या पीली। तो आपको बता दे की पहले के समय में जब यह लाइट्स नही हुआ करती थी तो जो हैलीकॉप्टर हवा में उड़ते थे तो वह रात के समय में किसी न किसी टावर से टकराया जा करते थे और सर्दियों के मौसम में इस तरह की घटनाएं ज्यादा हुआ करती थी क्योंकि सर्दियों के मौसम में कोहरा होता है जिसकी वजह से इन टावरों को देख पाना काफी मुश्किल होता था।
इसी वजह से इनसे बचने के लिए इन टावरों के ऊपर लाइट्स लगा दी गई जिससे इन टावरों को देखा जा सके और किसी भी तरह की दुर्घटना से बचा जा सके। लेकिन अब सवाल उठता है कि इन टावरों के ऊपर सिर्फ लाल रंग की लाइट्स क्यों होती है किसी दूसरे रंग की क्यों नही जैसे की नीली या फिर पीली? तो आपको बता दे की यह जो लाल रंग की लाइट्स होती है इनका तरंग दैर्ध्य बाकी रंगों के मुकाबले सबसे ज़्यादा होती है। मतलब लाल रंग की लाइट्स का फैलाव बहुत कम होता है जिससे इसे बहुत दूर से भी बड़ी ही आसानी से देखा जा सकता है।
इसके अलावा आपको बता दे की टावरों पर किस तीव्रता की लाल लाइट्स लगाई जानी है यह टावरों की ऊंचाई पर निर्भर करता है। टावर के अलावा ऊंची ऊंची इमारत पर भी, जिनकी ऊँचाई 45 मीटर से ज्यादा होती है इस तरह है कि लाल रंग की लाइट्स लगाई जाती है, और यह टॉवर या ऊंची इमारतें जिन पर लाल रंग की लाइट्स लगाई जाती है यह कम ऊंचाई पर उड़ने वाले वाहनों को रास्ता दिखाने का भी काम करती है।
इसके अलावा आपको बता दे की 45 मीटर से ऊंची इमारतों या टावरों पर लगी इन लाइट्स को एयरक्राफ्ट वार्निंग लाइट्स कहा जाता है। तो अब आपको अच्छे से समझ आ गया होगा की मोबाइल टावर पर यह लाल रंग की लाइट्स क्यों लगी होती है। आशा करते है आपको यह जानकारी पसंद आयी होगी, जानकारी पसंद आये तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूले धन्यवाद।