सूर्य ग्रह को सभी ग्रहों का राजा माना जाता है| हिन्दू धर्म में हम सूर्य को देव के रूप में पूजते है उन्हें जल चढ़ाते है, सूर्य देव को प्रस्सन करने के लिए हम यह सब करते है| जिससे सूर्य देव की कृपया हम पर बनी रहे| धर्म और ज्योतिषी शास्त्र दोनों में ही सूर्य देव को जल चढाने के लाभ बताए गए है| यदि आप सूर्य देव की कृपया चाहते है तो उन्हें जल चढ़ाए|
कैसे चढ़ाए सूर्य देव को जल
जिससे आपके सभी दुखों का ख़ात्मा होता है और हर मनोकामना पूर्ण होती है| लेकिन क्या आपकों पता है जो जल आप सूर्य देव को चढ़ा रहे है उसमें आप कुछ चीज़ों को मिला सकते है और फिर सूर्य को अर्घ्य दे सकते है| इससे आपको अधिक लाभ मिलेगा| ऐसा करते हुए आप एक विशेष मंत्र का भी जाप करें, जिससे सूर्य देव और भी जल्दी भी मनोकामना सुनेगे| तो जान लीजिये की सूर्येदेव को जल देते समय क्या-क्या चीज़ मिलनी चाहिए|
अक्षत
चावल को अक्षत भी कहा जाता है| हिन्दू धर्म में जब भी कोई शुभ कार्य किया जाता है तो अक्षत का इस्तेमाल किया जाता है| ज्योतिषी शास्त्र के अनुसार जल में अक्षत के कुछ दाने मिलाने से लाभ होता है| ऐसा करने से जीवन में दुख नहीं रहता बल्कि उसमे जीवन में सुख की प्राप्ति होती है| इसके अलावा इस उपाय से घर में लड़ाई झगडे भी बंद हो जाते है और शांति बनी रहती है|
रोली
सूर्य को चढ़ाए जाने वाले जल में रोली भी मिला देना चाहिए| ऐसा करने से सूर्य ग्रह से जुड़े सभी दोष समाप्त हो जाते है| आपके शरीर में खून का संचार भी अच्छे तरीके से होता है| यदि आपके घर में कोई बीमार है तो इस उपाय से उसकी सेहत में भी सुधार आ जाएगा|
फूल
देवी-देवताओं के पूजन में फूलों का इस्तेमाल भी बहुत होता है| मान्यता है की भगवन को फूल अत्यंत प्रिये होते है| इसलिए जब आप सूर्यदेव को जल अर्पित करें तो उसमे फूल भी शामिल कर ले| ऐसा करने से आपके सभी कार्य बिना किसी बाधा के समय पर पूर्ण होंगे|
मिश्री
हिन्दू धर्म में भगवन को अक्सर मिश्री का प्रसाद चढ़ाया जाता है| भगवान इस भोग को स्वीकार करके काफी खुश होते है| इसलिए पको भी सूर्य को जल अर्पित करते समय मिश्री को मिला लेना चाहिए| ऐसा करने से आपको सूर्य देवता का आशीर्वाद मिलेगा और हर कार्य में सफलता का स्वाद चख सकेंगे|
जल चढ़ाते हुए जपे ये मंत्र
सूर्य देव को जल चढ़ाते समय आपके पास क्या होना चाहिए| इसकी सारी जानकारी हमने आपको दे दी, लेकिन क्या आप बिना मंत्र के जल चढ़ा सकते है? नहीं, इसलिए सूर्य देव को खुश करने के लिए जल चढ़ाते समय ” ॐ सूर्याय नमः ” मंत्र का जाप करें| इससे आपको अधिक लाभ मिलेगा| इसके अलावा आप गायत्री मंत्र का भी उच्चारण करा सकते है| ज्योतिषी शस्त्र की माने तो इन मंत्रो के उच्चारण से सूर्य ग्रह सम्बन्धी दोष समाप्त होते है|