ट्रक ड्राइवर बना लोगों के लिए मसीहा, खुद की जान पर खेलकर सैकड़ों परिवारों को उजड़ने से बचाया।


इस दुनिया में जहाँ मतलबी और बुरे लोग है वही दूसरी तरफ देखे तो कुछ अच्छे लोग भी है। आज हम जो कहानी बताने जा रहे है वह एक ऐसे ही महान इंसान की है जिसने लाखो लोगो की ज़िन्दगी बचाई अब ये इंसान उन लोगो के लिए किसी भगवन से कम नहीं है। दरअसल,ओडिशा के कटक के रहने वाले कमल साहू एक सरकारी कर्मचारी हैं। वह मई 2021 में अपने ऑफिस के काम से जगतपुरसिंह से पारादीप जा रहे थे। इसी दौरान वह सड़क हा*से की चपेट में आ गए।उस दौरान लोग उन्हें बचने के बजाए उनकी तस्वीरें लेने में मशरूफ थे लेकिन इसी बीच उन्हें बचाने के लिए एक मसीहा सामने आया जिसने उन्हें सही समय पर हॉस्पिटल पहुंचा दिया और उनकी जान बच गयी।

हालाँकि इलाज के दौरान वह नहीं जानते थे कि किस शख्स ने उनकी जान बचाई लेकिन बाद में सामने आया जिस शख्स ने उनकी जान बचाई वह पंकज कुमार नाम का कोई शख्स है। फिर जानकारी के अनुसार पता लगा पारादीप के रहने वाले पंकज बीते 16 से अधिक वर्षों से सड़क हा*से की चपेट में आए लोगों को मदद पहुंचाने की मुहिम पर हैं और वह फिलहाल 300 से अधिक लोगों की जान बचा चुके हैं।दरअसल, यह बात साल 2005 की है। तब पंकज एक ट्रक ड्राइवर के रूप में काम करते थे। अपना काम खत्म करने के बाद, वह कटक-पारादीप स्टेट हाईवे से घर लौट रहे थे। तभी उन्हें भूटामुंडई के पास लोगों की एक भीड़ दिखी।

जब वह भीड़ में गए देखा कि  एक ट्रक ने मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी है और दो लोग लहूलूहान सड़क पर पड़े हैं। लोग उन्हें बस देख रहे हैं, लेकिन कोई मदद के लिए सामने नहीं आ रहा है। लेकिन, पंकज ने इंसानियत दिखाई और उनकी मदद के लिए सामने आए। वह कहते हैं, “जब मैं दोनों घायलों को लेकर अस्पताल पहुंचा, तो डॉक्टरों ने बताया कि उनकी जान जा चुकी है। यदि आप उन्हें 10-15 मिनट पहले लेकर आते, तो शायद उनकी जान बच जाती।”इस बात ने पंकज को झकझोर कर रख दिया और उन्होंने सड़क हा*से की चपेट में आए लोगों को बचाने के लिए एक मुहिम छेड़ दी। वह वर्षों तक अकेले लोगों की मदद करते रहे, फिर उन्हें महसूस हुआ कि इस मुहिम से और लोगों को जोड़ा जा सकता है।

वह कहते हैं, “मैं देवदूत सुरक्षा वाहिनी नाम से एक व्हाट्सएप ग्रुप चलाता हूं। इसमें स्थानीय मुखिया, सरपंच, वकील से लेकर तहसीलदार जैसे 250 से अधिक लोग जुड़े हुए हैं। यदि किसी को भी सड़क हादसे की जानकारी मिलती है, तो वे तुरंत मुझे बताते हैं और मैं सबकुछ भूल कर लोगों की मदद के लिए पहुंचता हूं और उन्हें नजदीकी सरकारी या निजी अस्पताल ले जाता हूं।”पंकज फिलहाल बालू, चिप्स का छोटा सा बिजनेस करते हैं। वह कहते हैं, “पारादीप में हर दिन कोई न कोई सड़क हा*सा जरूर होता है, क्योंकि यहां जरूरत फोर लेन सड़क की है, लेकिन है टू लेन ही। लोग अपनी गाड़ियां काफी तेज चलाते हैं, जिस वजह से छोटी सी चूक भी भारी पड़ जाती है।”

पंकज फिलहाल पारादीप के 40 किलोमीटर के दायरे को कवर करते हैं। लेकिन वह अपने दायरे को और बढ़ाना चाहते हैं।वह कहते हैं, “मैं सड़क हा*से के शिकार, अधिक से अधिक लोगों को गोल्डन ऑवर में अस्पताल पहुंचाना जाता हूं। ताकि रिस्क कम हो। अपने दायरे को बढ़ाने के लिए मुझे यदि कोई एंबुलेंस मिल जाए, तो मेरा काम काफी आसान हो जाएगा। एक ऐसा एंबुलेंस, जो सिर्फ सड़क हा*से के घायलों के लिए हो।”अगर आप भी कभी ऐसी मुसीबत में फंसे हो तो आप पंकज से ऐसे जुड़ सकते है। 9937696352 पर आप पंकज से संपर्क कर सकते हैं।