इस दुनिया में रोज लाखो बच्चो का जन्म होते है लेकिन कुछ बच्चे जन्म के साथ ही चमकी हुई किस्मत लेकर पैदा होते है। जी हाँ आप सोच रहे होंगे हम ऐसा क्यों कह रहे है दरअसल इसके पीछे है एक घटना जो आज हम आपके साथ शेयर करने जा रहे है। दरअसल हाल ही में दो बच्चियां चलती बस में पैदा हुई हैं.और पैदा होने के साथ वह अच्छी किस्मत लेकर आयी है जी हाँ इन बच्चियों को पैदा होने के बाद इन्हें ऐसा ‘बर्थडे गिफ्ट’ मिला है, जिसे वो जीवनभर याद रखेंगी.आइये आपको बताते है क्या है पूरा मामला।
दरअसल ये मामला तेलंगाना का है जहाँ चलती बस में पैदा हुई इन दोनों बच्चियों के लिए सरकार ने जीवनभर यात्रा मुफ्त कर दी है। आपको बता दे दोनों बच्चियां तेलंगाना राज्य में अलग-अलग घटनाक्रमों में चलती बसों पर पैदा हुई हैं. ये बसें तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम (TSRTC) द्वारा संचालित की जाती हैं. इसके बाद तेलंगाना सरकार ने बस में पैदा हुई इन दो लड़कियों को “जन्मदिन के उपहार” के रूप में मुफ्त आजीवन यात्रा पास दे दिया.
इस घटना पर TSRTC के वाइस चेयरमैन और प्रबंध निदेशक वीसी सज्जनार ने कहा कि लड़कियों को दिए गए पास अंतरराज्यीय बसों और एयरपोर्ट स्पेशल सहित सभी प्रकार की सेवाओं के लिए मान्य हैं. बता दें कि एक बच्ची का जन्म 30 नवंबर को महबूबनगर जिले के पेद्दाकोथापल्ली गांव के पास चलती बस में हुआ था. वहीं दूसरी बच्ची का जन्म 7 दिसंबर को सिद्दीपेट जिले के पास हुआ था.और उन्हें इस बात की बेहद ख़ुशी है की दोनों बच्चियां एक दम स्वस्थ्य पैदा हुई है इसी ख़ुशी में उन्होंने बच्चियों को इतना बड़ा तोहफा दिया है।
They are born frequent travellers of @TSRTCHQ!
Two baby girls, born on the moving TSRTC buses recently, gets free lifetime passes from the corporation as their ‘birthday’ gifts. @puvvada_ajay @Govardhan_MLA #Hyderabad pic.twitter.com/yfMkrg14BO
— V.C Sajjanar IPS MD TSRTC Office (@tsrtcmdoffice) December 8, 2021
आपको बता दे की TSRTC के वाइस चेयरमैन ने ट्विटर पर इसे लेकर एक पोस्ट किया, “दो अलग-अलग घटनाक्रम में महिलाएं बस में यात्रा कर रही थीं. इस दौरान उनको अचानक से लेबर पेन हुआ और उन्होंने बस में ही बच्चियों को जन्म दे दिया. इस दौरान बस के ड्राइवर और कंडक्टर तथा यात्रियों ने उनकी डिलीवरी करवाई.” वीसी सज्जनार ने बताया कि बस में डिलीवरी के बाद चालक दल के सदस्यों ने बड़ी जिम्मेदारी निभाते हुए मां और नवजात शिशुओं को आगे की देखभाल तथा उपचार के लिए अस्पताल भी पहुंचाया.