पति से न मिली खुशी तो अपने ससुर को दिल दे बैठी जवान बहु, घर से हुई फरार रचा डाली दूसरी शादी


यूपी के बदायूं में हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक महिला शादी के कुछ समय बाद अपने ससुर के प्यार में इस कदर पागल हुई कि अपने पति को ही छोड़ दिया। महिला ने अपने ससुर से शादी रचा ली और उसके साथ ही फरार हो गई। इधर, पति अपनी पत्नी और पिता की तलाश में घूमता रहा। आखिर में जब कहीं कुछ पता नहीं चला तो उसने पुलिस से गुहार लगाई। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई तो कोतवाली पुलिस से आरटीआई डालकर जवाब मांगा तब मामले का खुलासा।

ये खुलासा पति के लिए किसी तूफान से कम नहीं था। आरटीआई से मिले जवाब को पढ़कर पति के पैरों तले जमीन खिसक गई। बिसौली कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में रहने वाले देवानंद की पत्नी की 2015 में मौ-त हो गई थी। देवानंद ने अगले साल 2016 में अपने पुत्र सुमित की शादी कुंवरगांव थाना क्षेत्र की एक युवती से करा दी। उस वक्त लड़की तो बालिग थी, लेकिन सुमित नाबालिग था। शादी के कुछ समय बाद देवानंद अपनी बहू को अपना दिल दे बैठा। बहू भी अपने ससुर के प्यार में पागल हो गई। दोनों के बीच प्रेम संबंध हो गए। बहू अपने ससुर के प्यार में इस कदर पागल हो गई कि पति से तला-क ले लिया और अपने ससुर के साथ शादी रचा ली।

इसके बाद ससुर अपनी बहू को लेकर फरार हो गया। देवानंद और उसकी पुत्र वधू से एक बेटा भी है जो अब 2 साल का हो गया है। इधर, सुमित अपने पिता और पत्नी के प्रेम संबंधों से बेखबर दोनों की तलाश में घूमता रहा। वह नहीं समझ पा रहा था कि आखिर दोनों कहां चले गए। आखिरकार उसने बिसौली कोतवाली में शिकायत दर्ज करवाई। सुमित के तलाश करने के बाद जब दोनों का कहीं पता नहीं चला, तो सुमित ने बिसौली कोतवाली पुलिस से आरटीआई डालकर जवाब मांगा। पुलिस ने आरटीआई का जवाब दिया तो सुमित के होश फाक्ता हो गए। बिसौली कोतवाल ऋषि पाल सिंह ने बताया कि सुमित जुआ और न-शे का आदी हो गया था।

इस वजह से उसकी पत्नी दूर रहने लगी और कुछ समय बाद उसने तलाक ले लिया था। पत्नी के साथ उसके पिता की शादी की जानकारी भी सुमित को थी, लेकिन वह अपने लिए परवरिश और खर्चों की मांग लगातार करता था। जब विवाद ज्यादा बढ़ गया तब सब इंस्पेक्टर ने देवानंद सुमित और लड़की को बुलाया। पंचायत हुई और लड़की ने अपने ससुर के साथ शादी कर लेने के कारण साथ रहने की हामी भर दी। सुमित अभी भी अपनी परवरिश के साथ छोटे भाई की देखरेख की जिम्मेदारी पिता देवानंद को उठाने की जिद पर अड़ा है।