काले और ग्रे रंग की सड़को को देखना आम बात है| आपने अगर दूसरे देशों में भी भ्रमण किया हो तो वहां भी आपने काले या ग्रे रंग को सड़कों को देखा होगा| लेकिन क्या आपने कभी नील रंग की सड़क को देखा है? यदि नहीं तो आज देख लीजिए| काले रंग की सड़को का होना आम बात है, क्योंकि अधिकतर सड़को को बनाने के लिए चारकोल का प्रयोग होता है और सबको पता है चारकोल केवल काले रंग का ही होता है|
नील रंग की सड़कों वाला देश
नील रंग की सड़क किसी देश में है यह सुनने में ही काफी अजीब लग रहा होगा लेकिन धरती पर ऐसा एक देश है जिसकी सड़के नील रंग की है| इस देश का नाम क़तर है| आपको बता दे की 2019 से पहले क़तर देश में भी काले रंग ही सड़के हुआ करती थी| लेकिन अब नील रंग की सड़को का मतलब क्या है? यह सवाल आपके भी मन में उठ रहा होगा| हमारे पास हर चीज़ का जबाव है|
नील सड़को का कारण ग्लोबल वार्मिंग
क़तर में नीली सड़कों का कारण ग्लोबल वार्मिंग को बताया जा रह है| ग्लोबल वार्मिंग ने पूरी दुनिया को चिंता में डाल दिया है और यह मुद्दा वैश्विक चर्चा का विषय भी रहता है| इसी वजह से क़तर ने अपनी सड़कों को नीला रंग दे दिया| ताकि क़तर में बढ़ते तापमान से राहत मिल सके| नीली सड़के तापमान को संतुलित रखने में मदद करती है| बता दें की क़तर के दोहा शहर में सबसे पहले सड़को को नीला रंग दिया गया था| इस प्रयोग से तापमान में कमी आती है या नहीं यह देखने के लिए, क़तर में करीब 18 महीने पायलट प्रोजेक्ट भी शरू किया गया|
वैज्ञानिकों ने कहा, यह तापमान कम करता है
एक्सपर्टर्स की मानें तो यह प्रोजेक्ट सड़को के किनारों का तापमान कम करने के लिए किया गया था| इसके अलावा तापमान में अंतर चेक करने के लिए कई सेंसर भी लगाए गए थे| जिसकी मदद से बदलाव को नोटिस किया गया| वही वैज्ञानिकों का कहना है कि काले और ग्रे रंग की सड़कों का तापमान 20 से 25 डिग्री से ज्यादा होता है| ऐसे में क़तर ने जलवायु परिवर्तन की समस्या से निपटने और तापमान में कमी लाने के लिए इस व्यवस्था पर काम करना शुरू किया है और अभी भी चल रहा है|