मुंबई में बुधवार को मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स के द्वारा Project 75 की छठी पनडुब्बी INS वगशीर को लांच कर दिया गया है , Defense Secretary अजय कुमार के द्वारा इस पनडुब्बी का जलावतरण किया गया , अभी पुरे एक साल तक इस पनडुब्बी का परीक्षण भी किया जायेगा ताकि ये देखा जा सके की ये युद्ध के लिए सक्षम है या नहीं , इसके बाद ही इसे नेवी में शामिल किया जायेगा |
लांच हुई आईएनएस ‘वगशीर’
इस पनडुब्बी का नाम हिंद महासागर में गहरे पानी की शिकारी कही जाने वाली sandfish ‘वगशीर’ के नाम पर रखा गया | इस पनडुब्बी के लांच के खास मौके पर अजय कुमार ने कहा की अब ये scorpion क्लास सबमरीन का 1 साल तक परीक्षण होगा और फिर इसे भारतीय सेना में शामिल कर लिया जाएगा | ये पनडुब्बी आत्मनिर्भर भारत का एक बेहतरीन उदहारण है |
पहली पनडुब्बी 1974 में बनी थी सेना का हिस्सा
बता दे की पहली ‘वागशीर’ पनडुब्बी को साल 1974 में भारतीय सेना में शामिल किया गया था और 1997 में इसकी सेवा को बंद करवा दिया गया था | नई वगशीर अपने पुराने मॉडल का ही नवीनतम अवतार है क्यूंकि एक जहाज़ का अस्तित्व कभी खत्म नहीं होता है | साल 1997 में Project 75 के तहत 30 साल में भारत को 24 पनडुब्बी बनानी थी पहले ये प्रोजेक्ट बहुत धीमी गति से चल रहा था पर मोदी सरकार के आने के बाद ये प्रोजेक्ट तेज़ी से चलने लगा |
प्रोजेक्ट 75 की आखरी पनडुब्बी है वगशीर
INS Vagsheer will now go undergo sea trials and will be later commissioned. The launch of this submarine is an example of India becoming self-reliant: Defence Secretary Ajay Kumar, in Mumbai pic.twitter.com/JpZ4ZqL3yp
— ANI (@ANI) April 20, 2022
हाल ही में लांच हुई आईएनएस ‘वगशीर’ प्रोजेक्ट 75 स्कॉर्पीन परियोजना की आखरी पनडुब्बी है ,इसी श्रेणी की पनडुब्बियां INS Kalvari,INS Khanderi, INS Karanj और INS Vela पहले ही भारतीय नौसेना में शामिल हो चुकी है और जब वगशीर का परीक्षण खत्म हो जायेगा तो इसे भी सेना में शामिल कर लिया जायेगा |