‘रामायण’ दूरदर्शन पर आया सबसे लोकप्रिय टीवी सीरियल ‘रामायण’ था। इसमें सीता का रोल करने वाली दीपिका चिखलिया आज अपना बर्थडे सेलिब्रेट कर रही हैं। 29 अप्रैल 1965 को मुंबई में जन्मीं दीपिका का झुकाव बचपन से ही एक्टिंग की ओर था। दीपिका ने 14 साल की उम्र में कमर्शियल ऐड और फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था। हालांकि उनके पिता को दीपीका का एक्टिंग करना पसंद नहीं था, लेकिन दीपिका की मां हमेशा उनके साथ खड़ी रहीं।
एक्टिंग में ऐसे आई दीपिका
क्या आपको पता है कि दीपिका चिखलिया को सीता का रोल आसानी से नहीं मिला। इसके लिए करीब 25 कलाकारों ने एक साथ स्क्रीन टेस्ट दिया। टेस्ट में कम्युनिकेशन डिलीवरी से लेकर चेहरे के भाव, वॉकिंग को भी जज किया गया था। इस रोल ने दीपिका की जिंदगी बदल दी। इस किरदार को निभाने के बाद भारत के हर घर में उनकी पूजा की जाती थी। सीता का किरदार निभाने के बाद भी दीपिका माता सीता की छवि से बाहर नहीं निकल पाईं। इस वजह से उनकी जिंदगी में कई मजेदार पल भी आए।
ऐसे मिली माता सीता की भूमिका
दीपिका चिखलिया ने एक बार बताया था कि उनके घर शादी का निमंत्रण पत्र आया था। दीपिका के हाथ में वह लेटर देते हुए दीपिका के पिता ने कहा कि पढ़ो. दीपिका ने जब चिट्ठी खोली तो लिखा था कि ‘रामायण सीरियल का एपिसोड खत्म होने के बाद मिलने का वक्त’. इसी से सीरियल की लोकप्रियता का अंदाजा लगाया जा सकता है. इस दौरान लोग अपना सारा काम छोड़कर टीवी के सामने बैठ जाते थे। सड़कों पर कर्फ्यू जैसे हालात रहते थे।
राजीव गांधी ने दीपिका को पार्टी में आमंत्रित किया..
सीता का ये किरदार दीपिका की जिंदगी में अब तक का सबसे बड़ा टास्क रहा है. इस किरदार को निभाने के बाद भारत के हर घर में उनकी पूजा की जाती थी। इस किरदार को निभाने के बाद उनकी लोकप्रियता इतनी बढ़ गई कि भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने उन्हें अपने घर दावत के लिए आमंत्रित किया। इसकी यादें एक्ट्रेस ने सोशल मीडिया पर शेयर की थी।
अभिनय से राजनीति तक का सफर
इसी छवि के चलते दीपिका को राजनीति की दहलीज पर जीत भी मिली। 1991 में गुजरात की वडोदरा सीट से भाजपा प्रत्याशी के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ा। उन्होंने इस सीट से राजा रणजीत सिंह गायकवाड़ को 50 हजार वोटों से हराया था. ये दीपिका के लिए वो वक्त था जब लोग उन्हें देवी की तरह पूजते थे. माता सीता जब वोट मांगने निकलीं तो गलियों और गलियों में लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। आशीर्वाद की आस में भक्त हाथ जोड़कर खड़े हुए।
शानदार पारिवारिक जीवन जी रही हैं दीपिका
बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने को दीपिका की आवाज बहुत पसंद थी उन्होंने दीपिका की तारीफ भी की थी. दीपिका जब चुनावी मैदान में उतरीं तो सीता माता की छवि के चलते वह राजनीति की दहलीज पर भी जीत गईं। 1991 में बीजेपी की तरफ से गुजरात की वडोदरा सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा। राजा रणजीत सिंह गायकवाड़ 50 हजार वोटों से हार गए। दीपिका के लिए ये वो वक्त था जब लोग उन्हें पूजते थे. दीपिका चिखलिया के पति हेमंत टोपीवाला बिजनेसमैन हैं। अभिनेत्री अपनी दो बेटियों और पति के साथ एक शानदार जीवन जी रही है। उनकी दो बेटियां निधि और जूही हैं।