चाहे आम आदमी की ज़िन्दगी की बात हो या बड़े सितारों की सभी की ज़िन्दगी में कोई न कोई दुश्मन या न चाहने वाला जरूर होता है। जैसे की आज हम बात करने जा रहे है क्रिकेट जगत के दो ऐसे खिलाड़ियों की जो आपस में बात करते हुए कतराते है। कहा जाता है कि आखिरी मोड़ पर गौतम गंभीर के रिश्ते पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ उतने मधुर नहीं रहे, लेकिन अब उस राज पर से हमेशा-हमेशा के लिए पर्दा उठ चुका है कि क्या महेंद्र सिंह धोनी को गौतम गंभीर बिल्कुल भी पसंद नहीं करते थे. गौतम गंभीर ने यूट्यूब पर जतिन सप्रू से बात करते हुए धोनी की जमकर तारीफ की है और कहा कि धोनी को पसंद नहीं करने की बात सच नहीं है.
दरअसल गौतम गंभीर का कहना है कि , ‘धोनी ने बतौर कप्तान जो भारतीय क्रिकेट के लिए किया है और एक इंसान के रूप में जो किया है, उसके कारण मैं उनके बगल में खड़ा होने वाला पहला व्यक्ति बनूंगा.’ गौतम गंभीर ने साल 2003 में टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया था, जबकि धोनी ने 2004 में पहली बार टीम इंडिया की जर्सी पहनी थी. धोनी की कप्तानी में भारत ने साल 2007 में पहली बार टी20 वर्ल्ड कप जीता था. फाइनल में गंभीर ने 75 रनों की अहम पारी खेली थी.धोनी ने साल 2008 में भारत के सभी फॉर्मेट की कप्तानी करना शुरू कर दी थी. साल 2011 में धोनी ने अपनी कप्तानी में भारत को 28 साल बाद 50 ओवर के वर्ल्ड कप की ट्रॉफी भी दिलाई थी.
श्रीलंका के खिलाफ 2011 वर्ल्ड कप फाइनल मैच में गंभीर और धोनी ने मिलकर 275 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए चौथे विकेट के लिए 109 रनों की यादगार साझेदारी की. धोनी ने 91 रन और गंभीर ने 97 रन की पारी खेली थी. गंभीर ने लंबे समय तक धोनी की कप्तानी में अपना जलवा जारी रखा. गंभीर ने 2007 (टी20 वर्ल्ड कप) और 2011 वर्ल्ड कप में खिताब जीतने में अहम भूमिका भी निभाई. वह लंबे समय तक धोनी के उपकप्तान भी रहे थे. गौतम गंभीर अपनी बेबाक राय रखने के लिए जाने जाते हैं और इस वजह से वह कई बार आलोचकों का निशाना भी बन जाते हैं. गंभीर ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच 2016 में खेला था.
एक न्यूज़ रिपोर्ट को इंटरव्यू देते हुए गौतम गंभीर खुद इस बात का खुलासा किया कि उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी के साथ एक ही कमरे में दिन बिताए थे. गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स के एक शो में कहा था, ‘हम एक महीने से ज्यादा समय के लिए रूम मेट रहे थे और हम सिर्फ बालों के बारे में बात करते थे, क्योंकि तब धोनी के लंबे बाल हुआ करते थे. वह कैसे इन बालों को संभालते हैं, इसी तरह की बातें होती थीं.’ गौतम गंभीर ने कहा, ‘हमें जमीन पर सोने वाले दिन याद हैं, क्योंकि कमरा काफी छोटा था और पहले सप्ताह हम सोच रहे थे कि इस कमरे को बड़ा कैसे बनाया जाए.’ गौतम गंभीर ने कहा, ‘हमने बेड को कमरे से बाहर कर दिया और हम जमीन पर गद्दा डाल के सोने लगे. वो अच्छे दिन थे, क्योंकि हम दोनों उस समय युवा थे.’
गंभीर का मानना है कि महेंद्र सिंह धोनी बहुत भाग्यशाली कप्तान रहे हैं, क्योंकि उन्हें हर प्रारूप में एक अद्भुत टीम मिली थी. टीम इंडिया के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर ने कहा कि कप्तान के तौर पर धोनी को मिली सफलता के पीछे पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान का हाथ है. गौतम गंभीर ने कहा, ‘टेस्ट क्रिकेट में धोनी के इतने सफल कप्तान बनने का कारण जहीर खान हैं. जहीर खान धोनी को मिले ये उनकी खुशकिस्मती थी, जिसका श्रेय गांगुली को जाता है. मेरे हिसाब से जहीर भारत के सर्वश्रेष्ठ विश्वस्तरीय तेज गेंदबाज रहे हैं.’