एक समय था जब आचार्य चाणक्य की निति लोग अपने जीवन में अपनाते थे। आचार्य चाणक्य एक ऐसे राजनीतिज्ञ और कूटनीतिज्ञ थे जिन्होंने एक साधारण से बालक चंद्रगुप्त को सम्राट बना दिया था। उन्होंने मानव जीवन से जुडी कई बातो से पर्दा उठाया था।आचार्य चाणक्य ने “चाणक्य नीति” नामक पुस्तक लिखी है, जिसमें उन्होंने कई महत्वपूर्ण बातों का उल्लेख किया है।चाणक्य ने अपनी नीतिशास्त्र में बातें बेहद बारीकी तरीके से समझाने की कोशिश की है। आचार्य चाणक्य ने जीवन के हर पहलू को बारीकी से अध्ययन किया है आज हम आपको उन्ही से जुडी कुछ बातें बताने जा रहे है आप भी जानिए।
जानकारी के लिए आपको बता दे आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतिशास्त्र में इस बात का जिक्र किया है कि अगर आंगन में लगा हुआ तुलसी का पौधा सूखने लगे तो यह शुभ संकेत नहीं माना जाता है। अगर किसी को इस तरह के संकेत मिलते हैं तो उसको तुरंत सावधान हो जाना चाहिए क्योंकि तुलसी का पौधा सूखने का मतलब यह होता है कि आर्थिक स्थिति कमजोर हो सकती है।हिन्दू धर्म में तुलसी का पैदा बेहद शुभ होता है इसकी पूजा करने से घर में लक्ष्मी व् सुख शांति बनी रहती है।
आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतिशास्त्र में इस बात का उल्लेख किया गया किया है कि अगर कांच टूटता है तो यह अशुभ संकेत माना जाता है। इसको दरिद्रता के संकेत से जोड़कर देखा गया है। आचार्य चाणक्य का ऐसा कहना है कि घर के अंदर टूटा हुआ कांच और शीशा भूलकर भी नहीं रखना चाहिए अन्यथा इसकी वजह से आर्थिक संकट उत्पन्न होने की संभावना होती है।इसलिए घर में कोई भी टूटा हुआ कांच नहीं रखना चाहिए।
चाणक्य नीति अनुसार अगर आपका घर है चाहे छोटा या बड़ा वहां रोजाना पूजा होनी जरूरी है। अगर किसी घर के अंदर रोजाना नियमित रूप से पूजा-पाठ नहीं किया जाता तो ऐसे घर के अंदर दरिद्रता आती है। इतना ही नहीं बल्कि ऐसे घरों पर भगवान की कृपा नहीं होती है। ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति पूजा-पाठ से दूरी बना लेता है उसके घर में आर्थिक संकट उत्पन्न होने की संभावना अधिक होती है। इसलिए घर में रोजाना पूजा-पाठ जरूर करना चाहिए, इससे घर का वातावरण सकारात्मक बना रहेगा।
अगर देखा है घर में किसी न किसी बात को लेकर कलेश बना रहता है जिसकी वजह से घर में अशांत माहौल रहता है। जिस घर में ज्यादा कलेश रहता है उस घर में उस घर से धन की देवी माता लक्ष्मी नाराज हो कर चली जाती हैं। इस प्रकार के घरों में माता लक्ष्मी जी एक पल भी नहीं रुकती हैं। ये आर्थिक स्थिति के कमजोर होने का संकेत होता है। अगर आप चाहते हैं कि आपके घर में सुख-समृद्धि बनी रहे तो परिवार के सभी लोग प्रेम पूर्वक एक-दूसरे के साथ रहें।