चाणक्य ने अपनी किताब ‘चाणक्य नीति’ में जीवन से जुड़ी कई बातों के बारे में लिखा है और लोगों को उनके जीवन से जुड़े सन्देश भी दिए है , आज हम आपको उस किताब में लिखे कुछ महत्वपूर्ण संदेश बताने जा रहे है जिसमें लिखा है की किन चीज़ो से पुरषों और महिलाओं को कभी नहीं शर्माना चाहिए |
धन के विषय में ना करे कभी शर्म
लोगों के जीवन में कई उतार चढ़ाव आ जाते है और उन्हें कभी भी धन की समस्या हो सकती है ऐसे में हम दूसरे व्यक्ति की मदद के लिए उसे कुछ पैसे उधार दे देते है पर जब पैसे वापस मांगने का समय आता है तो हम थोड़ा हिचकिचा जाते है , चाणक्य के अनुसार हमे कभी भी अपने पैसे वापस मांगने में संकोच नहीं करना चाहिए वरना इससे धन की हानि हो सकती है |
खाना खाने में ना करे संकोच
कुछ लोग जब अपने किसी दोस्त या फिर रिश्तेदार के घर जाते है तो अक्सर वो खाना खाते वक्त शर्मा जाते है और अपनी शर्म की वजह से वो पेट भर के खाना भी नहीं खा पाते और फिर बाद में भूखे रह जाते है , चाणक्य नीति में लिखा हुआ है की हमे खाना खाने में कभी भी संकोच नहीं करना चाहिए |
ज्ञान लेते वक्त ना करे शर्म
जब कक्षा में शिक्षक पढ़ा रहे होते है तो कभी कभी छात्रों को पहली बार में कुछ समझ नहीं आता पर वो अपने अध्यापक से दोबारा सवाल करने में हिचकिचा जाते है क्यूंकि उसे लगता है की उसे दोबारा पूछने पर सज़ा दे दी जाएंगी , पर चाणक्य के अनुसार एक अच्छा छात्र वही होता है जो बिना किसी शर्म के अपने शिक्षक से ज्ञान लेता है | हर एक छात्र को बिना किसी झिझक के अपने अध्यापक से ज्ञान लेना चाहिए ताकि उसे भविष्य में कोई दिक्कत ना हो |